35 किसी की याद में दर्द भरी शायरी

किसी की याद में दर्द भरी शायरी

1- नीँन्द और ख़्वाब ख़ाक में हो गए, आज रात फिर हम किसी की याद में खो गए।

किसी की याद में दर्द भरी शायरी

2- कोई याद आए पर वो ना आए ऐसे मौके पर मौत आ जाए वो आसान लगता है।

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3- हम उसे याद करते हैं जो भुला चूका है हमे, हम उसे आँखों में रखते हैं जो रुला चुका है हमे।

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4- और तो मुझे अब कुछ आता जाता नहीं सिवाय तेरी यादों के सनम।

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5- तेरी याद कितनी बेगैरत है सनम, उसे लाख बार निकालो घर से फिर लौट आती है।

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6- अभी तो भूलकर भी नहीं आते गली मेरी, जब चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा।

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7- हमारी बदक़िस्मती तो देखो हमे भी वो याद आते है जो इस दुनिया में तो है मगर क़िस्मत में नहीं।

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8- चलो आज फिर ज़िन्दगी खराब करता हूँ, बहुत हो गए ख़ुशी के पल चलो अब तुम्हे याद करता हूँ।

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9- जिस तरह तेरी याद आती है कभी कम्बख्त मौत क्यों नहीं आती।

10- आज फिर दर्द को ज़िंदा कर लून लूँ क्या, आज फिर तुझे याद कर के मर लूँ क्या।

11- जब से तू मेरा पास नहीं आता, तेरी याद ही आती है सुकून मुझे रास नहीं आता।

12- हज़ारों के बीच भी बस तेरी याद आती है, कुछ कहने जाता हूँ तो बस जुबां पर तेरी याद आती है।

13- बहुत मुश्किल का काम बड़ी आसानी से कर दिया, बुढ़ापे में और मुश्किल होता तुझे छोड़ने का काम हमने जवानी में कर दिया।

14- बेरोज़गार मत कहो हमे, हम दिन भर उन्हें याद करते हैं।

किसी की याद में दर्द भरी शायरी

15- क्यों भला दर्द को और दर्द दिए जा रहा हूँ मैं, जब पहले से ही याद आ रही है फिर क्यों और याद किए जा रहा हूँ।

16- बस इसी वजह से हमारी साँसे नहीं टूटती की तुझसे कई हसीं यादें जुडी है मेरी।

17- एक वो है की आता ही नहीं एक उसकी याद है जो जाने का नाम नहीं लेती।

18- तूने गैर बोल दिया अब क्या कहूँ मैं, तूने दिल से निकाल दिया अब कहाँ रहूँ मैं।

19- ना कोई याद ना कोई खैर खबर, क्या कर चुके हो हमे तुम गैर सनम।

किसी की याद में दर्द भरी शायरी

20- हम कभी तुम्हे याद क्यों नहीं आते भला, यही सोच सोच कर हमे बुरा लगता है।

किसी की याद में दर्द भरी शायरी 2 Line

21- कोई चारा है क्या जीते-जी मरने के सिवाय, कोई चारा है तुझे याद करने के सिवाय।

22- सुना है की हम तुम्हारे लिए मर चुके है तो मरने वालों के पास नहीं जाते मगर याद तो करते हैं ना सनम।

23- भले भुला दे मेरी सूरत शक्ल को मगर एक बात याद रख की तुझे कोई याद रखता है।

24- कुछ और है भी तो नहीं लकीर के सिवाय इन हाथों में, आंसू के सिवाय कुछ और है भी तो नहीं मेरी आँखों में।

किसी की याद में दर्द भरी शायरी

25- अगर आँखों के मोती का मोल होता तो हम उन राजाओं में आते जिसने सबसे ज्यादा मोती लुटाएं हैं।

26- हम भी सोचने लगे की हमे कोई याद करने वाला याद क्यों नहीं आता, थोड़ी देर सोचा तो मालूम हुआ हमारे पास कोई याद करने वाला ही नहीं है।

27- ना हाथों में हाथ बाकी है ना ही उसका साथ बाकी है, और कुछ तो याद नहीं मुझे हाँ मगर उसकी याद बाक़ी है।

28- यूँ नहीं कर देता कोई बंद आना गली में, ऐसा करने के लिए याद आना बंद होना बाहर ज़रूरी है।

29- याद हूँ या फिर भुला चुके हो मुझे, अपने अतीत की चदर में छुपा चुके हो मुझे।

किसी की याद में दर्द भरी शायरी

30- तेरी याद भी बड़ी कमाल की मेहमान है हमेशा दर्द लेकर आती है कभी खाली हाथ नहीं आती।

31- तुझे याद करते करते हमने एक बात गैर की, याद आती है सनम याद करना नहीं पड़ता।

32- जितनी कोशिश करता हूँ भुला देने की तुझे, उतनी ही ज्यादा मुझे तेरी याद, तेरी याद दिलाने आती है।

33- याद शब्द पन्नों पर लिखकर मिटा सकता है मगर जो ज़ेहन में लिख गया उसे कोई नहीं मिटा सकता।

34- तू बहमसे बात ना कर भले ही हम फिर भी तेरी बात करते रहेंगे, तू भले भुला दे हमे हम फिर भी तुझे याद करते रहेंगे।

किसी की याद में दर्द भरी शायरी

35- आज थोड़ा ज़ख्मों को और दर्द दिया जाए, काफी पल बीत गए सुकून के आओ तुम्हे दो पल याद किया जाए।

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