
1- कोशिश करने वालों की कभी हार भी नहीं होती और कोशिश करने वाले ही सिर्फ जीत पाते हैं।

2- याद रखो आप दुनियादारी में दुनियादारी की बा करने नहीं आए कुछ ऐसा करने आए हो जो साड़ी दुनिया आपको बात करे।

3- शान्ति और सुकून से बड़ा कोई और धन नहीं।

4- रात गई बात गई, एक सुबह नई एक आस नई।

5- अच्छी सेहत और अच्छी सीरत, अच्छी सूरत से कई ज्यादा बेहतर है।

6- जो वक़्त का हिसाब रखते हैं उनके पास इज़्ज़त और पैसा बेहिसाब होता है।

7- ज़िन्दगी कोई मुसीबत नहीं है जिसे सुलझाया जा सकता है बल्कि एक एहसास है जिसे महसूस किया जा सकता है।

8- ज़िन्दगी और मौसम बदलते रहते है और यही बदलाव इसे खूबसूरत बनता है।

9- ज़िन्दगी वो दूकान है जहाँ दर्द भी मिलता है और दवा भी वहीँ मिलती है।

10- जब ज़िन्दगी दर्द दे तो समझ लेना ज़िन्दगी कोई बहुत बड़ी सीख तुम्हे देना चाहती है।
11- लोग तो चले जाते हैं मगर उनकी यादें कहीं नहीं जाती।
12- खुशियों का पीछा मत करो सुकून का पीछा करो खुशिया अपने आप तुम्हारे पीछे आएंगी।
13- जिसे साथ देना होगा वो वक़्त निकलकर तुम्हारे पास आएगा और जिसे दूर जाना होगा वो वक़्त होकर भी तुम्हारे क़रीब नहीं आएगा।
14- ज़िन्दगी एक लम्बी दौड़ है इस आधे बीते रास्ते को अपना अंजाम मत समझ लेना।

15- ईमानदारी से काम कीजिए इनाम दारी के लिए नहीं।
16- दिल बड़ा हो तो थोड़ा भी बहुत लगता है मगर पेट बड़ा हो तो बहुत भी थोड़ा सा लगता है।
17- सबसे चाहत रखिए मगर किसी से भी कुछ भी चाहना छोड़ दीजिए।
18- लोग बदल जाते है वक़्त बदल जाती है दुनिया बदल जाती है लेकिन ज़िन्दगी किसी के लिए नहीं रूकती।
19- सभी की परवाह कीजिए मगर शुरुवात खुद से कीजिए।

20- चाहने वालों के खंजर से लफ्ज़ ज़ख्म देते हैं मगर चाहने वालों की खामोशी दर्द देती है।
21- जो भी होता है भले के लिए होता है बस वो भला कितना भला होगा कोई नहीं जानता।
22- ज़िन्दगी को समझना है जो पेड़ को देखो पतझड़ उसे बर्बाद कर देता है मगर क्यूंकि वो मुसीबत में भी खड़ा रहता है इसीलिए फिर से संवर जाता है।
23- जो जैसा दिखता है ज़रूरी नहीं की वैसा ही हो क्यूंकि नमक भी तो चीनी की तरह नज़र आती है।
24- आपका डर कुछ नहीं बस एक कल्पना है, कल्पना से बहार आ जाएगी आप डर से भी बहार आ जाएंगे।

25- सफर कितना भी लम्बा हो छोटे से छोटे क़दमों से भी नापा जा सकता है।
26- अपनों की क़दर जीते-जी करो, मरने के बाद तो गैर भी रो देते हैं।
27- तिरस्कार के तीर तभी दूसरों पर चलाइए जब आप उन्हें खुद पर भी झेलने की क्षमता रखते हों।
28- गलतफहमी है की दुनिया दिल देखती है दुनिया तो बस दिन देखती है।
29- इंसान के हालत बुरा होते है और नाम इंसान का खराब होता है।

30- डर हो या फिर दुश्मन दोनों से लड़कर ही दोनों को हराया जा सकता है।
31- किस्मत और कुदरत कब क्या कर दे कोई नहीं जानता।
32- कोशिश से ही करिश्मे हो सकते हैं।
33- इंसान का किरदार और दिल देखना चाहिए ना की दौलत और सूरत।
34- चिड़िया की चहक और किरदार की महक बहुत दूर तक जाती है।

35- किसने कहा हारकर कुछ नहीं मिलता, सीख जो मिली है वो क्या ख़ज़ाने से कम है।