
1- गरीब को अपने मन की बात सभी सुना रहे हैं लेकिन गरीब के दिल की बात कोई नहीं सुन रहा है।

2- फायदे की बात है तो कहो दिल की बात सुन्ना कौन चाहता है।

3- दिल की बात मेरी वो सुनते नहीं मगर वो बात कहते हैं जो सीधा दिल पर लगती है।

4- दिल की बातें दिल में ही रह गई, गम आँखों को हुआ सो आँखें बह गई।

5- हाल दिल का मैं ही जानता हूँ अब, वो टूटा भी हुआ है और बिखरा भी हुआ है।

6- किसे परवाह है किसी के दिल की यहाँ, कहानी है ये ये हर महफ़िल की यहाँ।

7- दिल की बात दिल में ही दबे रहने दो कहीं उठ गई तो बवाल उठ जाएगा।

8- कांच के दिल ने अपने दुश्मन पत्थर से दोस्ती कर ली, फिर हुआ क्या ज़रुरत बताने की नहीं।

9- अक्सर मतलब की बातों के बीच बाते दिल की रह ही जाती है।

10- कभी शब्दों में ना तलाश करना वजूद मेरा, मैं उतना कह नहीं पाता जितना महसूस करता हूँ।
11- हम ठहरे दिल से बात करने वाले ये दिमागी बाते मेरी समझ से बहार है।
12- तुम मुझे बस सुनते हो समझते नहीं कभी, मालूम होता तुम नासमझ हो तो तुम्हे बताने को हम कभी तड़पते ही नहीं।
13- जो कहने गए थे कह ना पाए, फिर उनकी सुनकर लौट चले।
14- दिल की बातें दिल में दबाकर रखी है, कुछ ऐसे ही ज़िंदगी तबाह कर रखी है।

15- जानता नहीं किस वक़्त किस दिन की बात है, बस ये जानता हूँ की मोहोब्बत जो हुई है ये दिल की बात है।
16- दिल की बात दिल तक पहुंचनी चाहिए, रही को कोई ऐसी मैनिल खोजनी चाहिए।
17- कभी सहा है दिल में बाते दबी रह जाने का दर्द तुमने, इस दर्द का कोई नाम ही नहीं तो भला दवा क्या होगी।
18- क्या बात है बड़े चुपचाप से बैठे हो, कोई बात दिल पर लग गई है या कहीं दिल लगा बैठे हो।
19- दिल की बात दिल में रह जाने से होता ये है की जो भी होता है अच्छा नहीं लगता।

20- जुबां तो बस एक जरिया है जनाब बातें या तो दिल से होती है या फिर दिमाग से।
21- जब वो हमारी गली से किसी और के संग गुज़रती है, क्या बताऊँ क्या इस दिल पर गुज़रती है।
22- दिमाग भूल भी जाता है हुई बातों को, मगर ये दिल हर बात हर दर्द को याद रखता है।
23- कभी बातें सुन्ना हमारी जो हम दिल से कहते हैं, हम पर दिल ना गया सनम तो कहना।
24- दिल धड़कता है अभी भी मगर अब धड़कन कुछ कहती नहीं मुझसे।

25- दिल जो एक दफा मोहोब्बत में रहा उसके बाद ताउम्र वो दर्द में रहा।
26- पहली बार दिमाग को अनसुना कर दिल की सुनी थी मैंने, अब भटक गया हूँ तो लग रहा हिअ राह गलत चुनी थी मैंने।
27-आज वो किसी और को अपना बना बैठा है जो कभी कहता था मैं सिर्फ तुम्हारा हूँ।
28- दिल की बातें दिमाग को पसंद नहीं आती और दिमाग की बातें दिल को पसनद नहीं आती, अब मैं किसी सुनूं भला मुझे ये बात समझ नहीं आती।
29- दर्द हुआ तो दिल टूटा, और जब दिल टूटा तो और दर्द हुआ।

30- तुम्हे क्या मालुम होगा दिल टूटने का दर्द तुमने तो सनम हमेशा दिमाग से काम लिया है।
31- इश्क़ में दिल की जगह अगर दिमाग से काम लेते हम भी, ना कभी इश्क़ में नाकाम होते हम भी।
32- दिल से कह दूँ एक बात मैं भी, इश्क़ में होना चाहता हूँ बर्बाद मैं भी।
33- दर्द होता ही नहीं मुझे भी अगर मेरे पास भी तेरी तरह दिल ना होता।
34- एक बार मोहोब्बत में गिर कर टूट चूका है इश्क़ में, ऐ दिल अब थोड़ा तो संभल कर चलना सीख ले।

35- समझाता फिरता है बातें यहाँ वहां की जो तू, मेरे दिल की बात कब समझना सीखेगा सनम।
36- जो ना समझ सके बाते मेरी जुबां की, मेरी दिल की बातें कहाँ समझेंगे।
37- साँसे चलते हुए तेरे लिए दुआ कर रही है, बातें वैसे दिल की है जो बयां ये जुबां कर रही है।
38- यूँ तो बहुत मिल जाएंगे मतलब की बात करने वाले मगर कोई एक ही होता है जिससे दिल की बात होती है।
39- ना दुनिया को ना किसी महफ़िल को पता है, हाल-ऐ-दिल का हाल बस हाल ऐ-दिल का पता है।

40- पूछते हो मुझसे सारे दिन की बात पर कभी पूछते क्यों नहीं मेरे दिल की बात।
41- चेहरे चमक रहे हैं मगर दिल काले होते जा रहे हैं, इंसान भी नाजाने क्या से क्या होते जा रहे हैं।
42- क्या होगा जो दिल की बात जुबां हो जाएगी, हाँ हो जाएगी या फिर ना हो जाएगी।
43- बहुत वक़्त हो गया होगा अब तक तो, जो मेरा था वो तो किसी और का हो गया होगा अब तक तो।
44- ये हाथ तो जरिया है बस, ये ख्याल मैं दिल से लिख रहा हूँ।

45- गलत को गलत और सही को सही रहने देना, दिल की बातें दिल में ही दबी रहने देना।
46- एक बात कहूँ दिल से, तुझसे चाहत है मुझे पहले दिन से।
47- दिल की बातें बहार आई तो दिल अंदर तक टूट जाएगा।
48- तुझे अपनी रातें दे दी तुझे अपना हर दिन दे दिया, संभाल दे या तोड़ दे अब तो दिल तुझको दे दिया।
49- आँखें बता देती है हाल दिल का, रातें बता देती है हाल दिन का।
50- बड़ी मुश्किल से जोड़ा है टूटे दिल को मैंने, अब फिर किसी को ना देंगे टूट जाने के लिए।
51- मुझे तो खबर नहीं तुम्हे होश हो शायद, लोग कहते हैं तुमने मुझे बर्बाद कर दिया।
52- अक्सर दिल और घर जितने बड़े होते हैं उतने ही खाली भी होते हैं।
53- जिसके पहली मोहोब्बत में ही दिल के टुकड़े हज़ार हो जाए, वो भला फिर कैसे मोहोब्बत करने को तैयार हो जाए।
54- मेरा टूट दिल मेरे ही ज़ेहन में मुझे ही कांच की तरह चुभ रहा है।
55- मेरा दिल तो तोड़ चूका है कब का वो, अब तो बेहिस और बेदिल हूँ मैं।
56- क्या बात है बड़े चुपचाप बैठे हो, कोई बात दिल पर लग गई या फिर कहीं दिल लगा बैठे हो।
57- टूटे दिलों की नगरी में एक टूटे दिल का आशियाना मेरा है, ये जो दिल टूटा गलती मेरी है मगर हाथ उसमे तेरा भी है।
58- टूटा भी दिल बड़ी ज़ोरों से है अब, आखिर ज़ोर भी तो लगा अपनों की औरों से है अब।
59- छोडो भी सनम यहाँ वहां की महफ़िल की बातों को, ज़रा तवज्जु तो दो हमारी दिल की बातों को।
60- संभल जा दिल इस बार खुद बखुद की दिल को छू लेने वाले ही दिल तोड़ दिया करते हैं।
61- याद रखना जो कहते फिरते हैं मैं सिर्फ तुम्हारा हूँ, असल में वो किसी के नहीं होते।
62- ज्यादा गंभीरता से मत लिए करो दिल की बातों को, दिल तो पागल है कुछ भी कहता है।
63- बात दिल की थी इसीलिए नज़रअंदाज़ हो गई, मतलब की होती तो बेहरे भी सुन लेते।
64- जिसने भी जुड़ना चाहा है दिल से किसी से, आज उन सभी के दिल टूटे पड़े हैं।
65- आज दिल की बात जुबां तक आते आते रह गई फिर, प्यार की बातें हो सकती थी जो आज फिर सिर्फ बातें बातें रह गई।
66- बताओ मुझे अगर कोई काम की बात है, ये मोहोब्बत में दिल टूटना तो आम सी बात है।
67- ज़ोर जब दिल का चलता नहीं तेरे आगे, ये ज़ोर ज़ोरों से धड़कने लगता है।
68- दिल बैठ चूका है पूरी तरह से मगर फिर भी तेरा नाम लून तो इसमें दर्द उठता है।
69- सिर्फ हलकी सी बेकरारी है, आज की रात दिल पे भारी है।
70- करता होगा कइयों का दिल तुझसे बात करने को, मेरा तो तुझसे दिल की बात करने का दिल करता है।
71- बातों बातों में आज कई बातें कही गई, लेकिन आज फिर यहाँ वहां की बातों के चक्कर में दिल की बात रह ही गई।
72- दिल की बातों को बस दिल ही सुन सकता है, कमबख कानों की औकात नहीं की दिल को सुन सके।
73- दिल की बातें इतनी दिलकश है तेरी, की तुझसे बातें किए बगैर कहीं दिल ही नहीं लगता।
74- मत पूछो क्या सितम हो रहा है, आँखों की गलती पर दिल रो रहा है /
75-दिल की बातें दबे रहे दिल में यही बेहतर है, लिखना ही ठीक है नहीं फायदा कुछ भी कहकर है।
76- एक बात तो जान ली मैंने की जब दिल से दिल मिलते हैं तो सिर्फ दिल टूटते हैं।
77- जब देखा की मतलब की बातों को सुनने वाले ज्यादा है, हमने भी दिल की बातें करना छोड़ दिया तब से।
78- दिल में दबी बातें चेहरे पर झलक जाती है, जुबां चुप भी रहे अगर तो आँखों से चालक जाती है।
79- मैं तेरे जाने के बाद खुद से रूठा ही रहा, दिल तोडा जो था तूने वो टूटा ही रहा।
80- हम उन तक अपने दिल की बात पहुँचाना चाहते थे, जो हमे चोट पहुँचाना चाहते थे।
81- ये खूबी है दिल तोड़ने वालों की, की पहले वो दिल जीतते हैं उसके बाद तोड़ते हैं।
82- अक्सर जो सीधा दिल पर दस्तक देते हैं वो जान के दुश्मन और सर के सर दर्द होते हैं।
83- हमदर्द जब साथ ना देकर दर्द देने लगे तब वो सर दर्द बन जाता है।
84- छोडो अब समेटने की तुमसे विनती क्या करें, जो दिल तुमने तोडा है उसके टुकड़ों की गिनती क्या करें।
85- एक तुम्हे मांगने के बाद सब कुछ तुम्हारे लिए ही माँगा है हमने।