1- आते हैं वो अब बस काम के वक़्त, हमारे बुलाने पर कहते हैं हमे काम बहुत है।
2- हाल बताने से पहले पूछना पड़ता है सनम, वक़्त मिलता नहीं ढूंढना पड़ता है सनम।
3- एक हम है जो बेवक़्त तुझे याद करते है एक तू है जिसके पास वक़्त ही नहीं।
4- काम निकलना चाहिए हुज़ूर फिर वक़्त तो कहीं ना कहीं से निकल ही आता है।
5- बात करने का फायदा तभी दीखता है लोगों को जब उनके फायदे की बात होती है।
6- फुर्सत मिले तो याद कर लेना हम तुझे भुला दें हमे तो इतनी फुर्सत ही नहीं।
7- एक हम है जो दिल और ज़िन्दगी तुम्हे दे चुके हैं और एक तुम हो जिसके पास हमारे लिए वक़्त ही नहीं।
8- ऐसा ना हो की जब वक़्त मिले तुझे मैं कहीं खो जाऊं।
9- वफ़ा उन्हें कभी थी ही नहीं हमसे, वो हमसे मिलते नहीं क्यूंकि उनके पास अब कोई वजह नहीं है।
10- जो कहते थे तुम दुनिया हो मेरी अब व्यस्त रहते है कहीं अपनी ही दुनिया में।
11- कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता तो वास्ता अलग कर लो, अगर साथ चलने का वक़्त ही नहीं है तो रास्ता अलग कर लो।
12- अपने किसी काम में व्यस्त ही रह जाते हैं अक्सर बुरा वक़्त में गैर ही काम आता हैं।
13- जिन्होंने कभी खुद वक़्त नहीं दिया हमे आज कहते हैं बहुत Busy रहने लगा है।
14- वक़्त रहता सभी के पास है देता कोई नहीं है।
15- ज़िन्दगी एक ऐसी दौड़ बन गई है जो शायद तब ख़त्म होगी जब ज़िन्दगी ख़त्म होगी।
16- रिश्तों में दरार यूँ ही नहीं आ रही, आज कल लोग अपनों से ज्यादा अपनी सोच रहे हैं।
17- आज कल लोग अपने आराम में इतना व्यस्त हो गए है की उनके पास अपनों से मिलने का वक़्त ही नहीं है।
18- मतलबियों का भी अगर कोई देश होता, सबसे ज्यादा जनसँख्या होती उस देश की।
19- वक़्त नहीं कुछ पूछने का ना ही कुछ बताने का, यही सिला दिया तुमने मेरे खाब सजाने का।
20- ना रह गई किसी काम की ये ज़िन्दगी इतना व्यस्त कर दिया की सब कुछ पाने के बाद अब आराम ढूंढ रहा हूँ।
21- ऐशो-आराम कमाने में इतने भी व्यस्त मत हो जाना की आपके अपने आपसे ही दूर हो जाए।
22- ज़िन्दगी बीत जाएगी चार दिन में इसे अपने में नहीं जिओ बल्कि अपनों के साथ जियो।
23- एक बात कहूँ राज़ की कोई अगर तुम्हे सिर्फ ज़रुरत के वक़्त याद करता है तो समझ लेना की तुम उसके लिए ज़रूरी नहीं हो।
24- जन्मदिन के मौकों पर भी वो जो मिलने नहीं आते मुझसे वो काम के मौकों पर ज़रूर मिलते हैं।
25- जो मुझसे मिलने के लिए वक़्त नहीं निकाल पाते, उनसे मैं ये कहना चाहता हूँ की अब हम दोबारा कभी नहीं मिलेंगे।
26- व्यस्त इतनी हो गई है ज़िन्दगी की ना सांस लेने का मौका मिलता है और ना ही ज़िन्दगी से मिलने का मौका मिलता है।
27- हम क्या थोड़ा सा व्यस्त हो गए ये रिश्तों के रास्ते मेरे लिए बंद हो गए।
28- उन्हें अपना बनाने की भूल कभी मत करना जो हमेशा अपनी ही दुनिया में व्यस्त रहते है।
29- तब रिश्ता समझ लीजिए ख़त्म हो जाता है जब दो प्यार की बात करने वाले लोग बस काम की बात करने के लिए बातें करते हैं।
30- बेवजह हाल कोई नहीं पूछता आज कल, हर बात की एक वजह होती है आज कल।