
1- यूँ ही नहीं पड़ता कोई पैरों में किसी के, कोई कोई हालतों के हाथो इतना मजबूर हो जाता है।

2- इंसान नहीं साहब हालात ही राजा है और हर शक़्स इसका गुलाम है।

3- हाल-ऐ-बयान कर सकूं फिलहाल ऐसे तो हालात ही नही है, मैं ख्वाब पूरे कर सकूं मेरी इतनी तो औकात ही नहीं है।

4- हालातों की हक़ीकत बस इतनी सी है की ये उसे भी मरने पर मजबूर कर देते हैं जो जीना चाहता है।

5- हालातों का हल्ला मैं नहीं मचाता, मुझे आज भी अपनी मेहनत पर विशवास है।
6- हालात से हारा हूँ मैं किसी इंसान से नहीं, मत करो मेरी बेइज़्ज़ती की मैंने मेहनत की जान से नहीं।
7- हालात खुद ठीक नहीं होते, वो कुछ नहीं पाते जो कुछ नहीं खोते।
8- ज़िन्दगी के पन्नों पर हालातों की स्याही बिखरी हुई है।
9- कल तक दिलकश नज़ारा थी जो ज़िन्दगी आज हालातों के हाथों तमाशा बन गई है।

10- हालत खराब कर देते है हालात मेरे, अकेला ही रहना पड़ता है कोई नहीं रहना चाहता साथ मेरे।
11- हालात हाथो में होते अगर तो तुम हमारी ज़िन्दगी में होते सनम।
12- हाल खराब है और हालात उससे भी ज्यादा, दिन ख़राब चल रहे है और रात उससे ज्यादा।
13- हालातों के हाथों ने नाजाने कितने ख़्वाबों को मारा है।
14- हालातों ने जगाया है मुझे कितनी रातों को, मगर कोई सुनने वाला ही नहीं था मेरी बातों को।

15- अगर सब सभी के हालात समझना शुरू कर देंगे तो फिर इंसान इंसान को गलत समझना बंद कर देंगे।
16- मेरे हालात के आगे तो लोग भी बदल गए, ऐसे ही चलती है दुनिया अब हम भी समझ गए।
17- बुरे हालातों में भी एक बात तो अच्छी थी, उसने बता दिया की कौन दोस्त झूठा था और फिर किसकी दोस्ती सच्ची थी।
18- वक़्त बुरा भी हो तो फिर क्या है तो वक़्त ही टल जाएगा।
19- अमीर हो या गरीब, ताक़त वॉर हो या कमज़ोर हालातों पर किसी का ज़ोर नहीं चलता।

20- घुटने टेक दिए हैं अब मैंने आगे हालातों के, एक रोशन सवेरे का इंतज़ार करता हूँ मैं सभी काली रातों में।
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21- हालातों की हकीकत बस इतनी सी है की हालात अच्छे हो तो कुछ बुरा नहीं होता और बुरे हो तो कुछ अच्छा नहीं हो सकता।
22- हालात कुछ इस क़दर है मेरे, की समझ नहीं आता कौन है गैर और कौन है मेरे।
23- वो इलाज थी मेरे हर मर्ज़ का, की जब वो मेरा हाल पूछ लेती थी तो मेरे हालात ठीक हो जाते थे।
24- बुरे हालातों में हाल पूछने वाले तो काफी जाते हैं लेकिन मदद करने वाला कोई नहीं मिलता।
25- मुझसे पूछते है वो हालत मेरे जिनकी वजह से ये हाल हुआ है मेरा।
26- मेरे हालत दिन बदिन और खराब होते जा रहे हैं, तू मेरा ना हुआ ये सोचकर हम शराब के होते जा रहे हैं।
27- तू बस करता रह मेहनत अच्छे से, देखना बुरे वक़्त का भी एक दिन बबुरा वक़्त आ जाएगा।
28- जो मुझे बुरा समझत हैं अगर मेरे बुरे हालातों के बारे में समझ जाएं तो वो समझ जाएंगे की मैं बुरा क्यों हूँ।
29- सच तो ये है की इंसान कभी बदलता ही नहीं बस हालातों के साथ वो बता देता है की वो क्या है।
30- हालत भी काश ढल जाए इस रात की तरह, काश गम भी बह जाएं इन आँखों से बहते जज़्बात की तरह।
31- ग़मों का याराना मुझसे कुछ ज्यादा ही है वो मिला करते हैं मुझसे बिछड़े हुए यार की तरह।
32- जो हालातों से हार गया हो वो जीत की उम्मीद क्या करेगा, जिसके खाब ही मर गए हो वो सोने की जिद्द क्या करेगा।
33- कभी हालातों को गलत ठहरता हूँ तो कभी तुझे गलत ठहरता है, बस कुछ इसी तरह मैं अपने टूटे दिल को बहलाता है।
34- बड़ी जल्दी ज़िम्मेदारी जो समझ जाते है इसका ज़िम्मेदार भी बुरे हालत है।
35- बुरा वक़्त ताले लगा जाते ज़ुबानों को, वक़्त हालात बदल देते हैं और बदल देते हैं इंसानों को।