
1- अब जीत भी जाऊं तो क्या ख़ुशी होगी उसके जाने का गम बहुत ज्यादा है।

2- परेशानियां मेरे अंदर छुपी है जिसका हल बहार कहीं मिल नहीं रहा, कोई मदद कर दो ढूंढने में मेरा यार कहीं मिल नहीं रहा।

3- जो हम पर गुजरी है अगर किसी और पर गुज़र जाए तो वो गुज़र जाएगा।

4- जीने की ख्वाहिश कोई ख़ास बाकी नहीं, गैर हैं सारे कोई ख़ास बाकी नहीं।

5- उनकी आँखों से अब साफ़ ज़ाहिर होता है की वो अब मुझे देखना भी नहीं चाहते।
Emotional Pain Quotes In Hindi
6- जब ज़िन्दगी खराब होती है तो Mood खराब होना आम हो जाता है।
7- वक़्त खराब है या मैं समझ नहीं आता, मुझमे अज़ाब है या अज़ाब में मैं समझ नहीं आता।
8- नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार ऐ-इश्क़ में, किसी को भूलकर सो जाना आसान नहीं होता।
9- कभी खुद को बुरा कहता हूँ तो कभी उसको बुरा ठहराता हूँ, बस ऐसे कर के ही मैं अपने दिल को बहलाता हूँ।

10- नज़रों की स्याही बहकर नज़्में बनती है, मेरा रोना सुनकर भी किसी को रोना आ सकता है।
11- मन करता नहीं कहीं दिल लगाने का, जब से तुझ पर दिल आ गया है मेरा।
12- ऐसा नहीं की कोई बात नहीं है मेरे पास बस अब किसी से बात करने का अब मन नहीं करता।
13- मेरा मन लगता नहीं तेरे सिवाय कहीं और तू मेरे सिवाय कहीं भी दिल लगा लेता है।
14- क्या मालूम था की जिसके सहारे जी रहे हैं हम वो हमारे मरने की दुआ कर रहे हैं।

15- क्या मालूम थे दर्द देने वाले से मोहोब्बत हो जाएगी, की राहत बस चंद दिनों की मौहलत बन जाएगी।
16- अब फिर तुम हो या फिर ना हो ज़िन्दगी में, अब तुम ही हो जो हो ज़िन्दगी में।
17- सब है पर तू नहीं तो क्या है फिर कुछ भी नहीं है।
18- वो मुझे याद करता है मगर ऐसे, जैसे घर का दरवाजा भूले से किसी रात खुला रह जाए।
19- अब वो किसी और से कहते होंगे हम सिर्फ तुम्हारे हैं।
Painful Life Quotes In Hindi

20- एक लकीर हाथ की ऐसी भी होती काश हाथों में मेरे जो मुझे तेरा बना पाती।
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21- अब ना कोई आस बाकी है ना कोई ख़ास बाकी है, चुप रहने की एक वजह ये भी है की ना अब कोई बात बाकी है।
22- तुझे जब से किसी का होता देख लिया हमने, हमारी आँखें बंद हो जाए ये दुआ कर रहे हैं।
23- उस दिल में फिर कैसे जगह ली जाए जहाँ हर जगह कोई पहले से ही हो।
24- मेरे मन में जो चल रहा होता है मेरी ज़िन्दगी कभी वैसी चलती ही नहीं।
25- गलती मेरी ही थी की तुझे हमेशा सही समझा हमने।
26- वो नाराज़ ना हो इसीलिए कई बार उससे नाराज़ होकर मैंने खुद को मनाया है।
27- सूखा तो बस ज़िन्दगी में पड़ा है मेरी आँखों में पानी की कोई कमी नहीं।
28- जो गुज़ारी ना जा सके हमसे हमने वो ज़िन्दगी गुज़ारी है।
29- बताना बाकी क्या रह गया, कहना बाकी क्या रह गया, हर सितम तो आज़मा लिया ज़िन्दगी तूने मुझ पर अब भला सहना बाकी क्या रह गया।
30- हम जी रहे हैं कोई बहाना किए बगैर, उस के बिना उस की तमन्ना किए बगैर।