
1- खून की कमी वाले इंसान को जैसे खून ना मिल रहा हो, मैं तेरी तलाश में इस क़दर भटक रहा हूँ जैसे सुकून ना मिल रहा हो।

2- सुकून और जूनून एक बीच की लड़ाई में बात दोनों ही ठीक कहते हैं, जूनून कहता है थोड़ा और चलते हैं सुकून कहता है थोड़ी देर यहीं रहते हैं।

3- लोग पूछते है क्या मिलता है तुझसे मिलकर मुझे, मैं कहता हूँ सुकून।

4- ताउम्र दौड़ता रहा सुकून की तलाश में, दो पल बैठे रहने में फिर सुकून मिल गया।

5- देखो तो आराम में भी एक भाग दौड़ है और थकान में भी एक सुकून है।
6- सुकून देता है हमे चेहरा तेरा, तभी तो देखते-देखते थकते नहीं हम।
7- कामियाबी पाने का ख्याल अब चूक है सर दर्द बन, सुकून की अब साँसे महज़ रह गई है हसरत बन।
8- बड़े होकर ढूँढ रहे है कामियाबी इस क़दर की सुकून की बातें बचपन की लगती है।
9- सुकून और ज़रूरतों के बीच लड़ाई रूकती ही नहीं, ज़रूरतें मेरी सुकून के आगे कभी झुकती ही नहीं।

10- आएगा एक दिन फुर्सत का भी ये सोचकर रात भर जागा रहता हूँ मैं।
11- पाकर देख लिया सब भाग दौड़ के चक्कर है, अब जो कहीं तू मिले तो सुकून मिले।
12- तस्वीर देखो तो सब सुकून में है असल ज़िन्दगी में किसी को फुर्सत ही नहीं।
13- ना जाने आज कल कहाँ रहती है बहुत दिन हो गए फुर्सत से मिले हुए।
14- मैं तो सोच भी नही सकता सुकून के बारे में मुझे सुकून से सोचने की फुर्सत ही नहीं।

15- सुकून चला गया तेरे जाने के बाद, तेरे जाने के बाद फिर उदासी आई ज़िन्दगी में।
16- ज़िन्दगी में भाग रहे हैं कामियाबी की तलाश में, सुकून से ही दूर हो रहे हैं सुकून की तलाश में।
17- मेरी सोच से भी जो बहार रहे, तसल्ली अब वो तस्वीर बन चुकी है।
18- हम ढूंढते रहे सुकून बहार सारी दुनिया में, आराम अंदर ही आराम से बैठा हुआ था।
19- मांग क्या लिए हमने तुमसे दो पल सुकून के, तुम चौंक ऐसे रहे हो जैसे हम मांग रहे है दरिया तुमसे खून के।

20- पीछा कर रहा था कामियाबी का मैं इस चक्कर में सुकून ही कहीं पीछे छूट गया।
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21- तेरी आँखों में देख लेने भर से, मेरी आँखों को सुकून मिल जाता है।
22- पैसे से सब कुछ मिला पर फुरसत ना मिली, सिरहाने मिले बिस्तर मिले पर कम्बख्त नींद ना मिली।
23- पैसों से खरीद लोगे खाना तुम मगर भूख कहीं मिल जाए तो कहना हमे।
24- बड़े होकर एक बात तो जान ली है मैंने, इंसान या तो बड़े घर में रह सकता है या फिर सुकून में।
25- खाब हम भी देखना चाहते हैं मगर एक नींद सुकून की मिले तो सही।
26- ना जाने इतना भी क्या खफा है, सुकून अब हमसे मिलता ही नहीं।
27- सुकून था एक जब तू साथ थी मेरे, तेरे बिछड़ जाने के बाद अब सुकून भी नहीं मिल रहा।
28- थोड़ा सुकून भी ज़रूरी है ज़िन्दगी के लिए, वर्ण ये ज़रूरतें तो कभी ख़त्म नहीं होगी।
29- मेरा सुकून छीन कर तुम सुना है अब किसी और से मिल रहे हो।
30- काश चाहो तुम भी मुझे इस क़दर, जैसे तकलीफ में कोई सुकून चाहता है।
31- पहले और आज में फ़र्क़ बस इतना ही है पहले चीज़े महंगी लगती थी अब सुकून महंगा लग रहा है।
32- सुकून बेचकर पैसा कमाया मैंने, अपने हाथो से अपनी ज़िन्दगी को जहन्नुम बनाया मैंने।
33- जिसे ढूंढ रहा था बहार जाकर के, वो सुकून मेरे अंदर ही मिला।
34- या तो काम से मिलो या फिर सुकून से मिलो, ये जल्दी बाज़ी का काम मुझे पसंद नहीं आता।
35- सुकून गिरवी है उसके पास मोहोब्बत क़र्ज़ ली थी जिससे।