
1- तेरे दिल से निकले जाने के बाद फिर मैं ताउम्र तकलीफ में रहा।

2- होता कुछ नहीं जब तू दूर जाता है बस तकलीफ होती है।

3- बस कुछ इस वजह से भी मैं तकलीफ में रहा, की वो खुश थी मुझे तकलीफ में देखकर।

4- तू मुझे देखता तक नहीं ये देखकर मुझे तकलीफ होती है, तू क़रीब क्यों नहीं आता उतना जितने क़रीब मेरे तेरी तस्वीर होती है।

5- उसे मेरी तकलीफ का शायद तक़ाज़ा नहीं हो रहा, यही वजह है की वो मुझे तकलीफ दे रहा है।
6- तकलीफ के बदले तो तकलीफ मिल जाती है इस दुनिया के बाजार में, मगर मोहोब्बत के बदले मोहोब्बत नहीं मिलती।
7- जब तकलीफ तक़दीर में लिखी हो तो लोगों को नहीं कोसा करते।
8- ये जो बता रहे हैं रास्ता आसान रहा होगा मेरा, ये क्या जाने मैं कितनी तकलीफों से गुज़रा हूँ।
9- मोहोब्बत देने में बड़ा वक़्त लगा रहे हो सनम फिर तकलीफ देने में इतनी जल्दबाज़ी क्यों।

10- तकलीफ ये नहीं की वो मेरे पास नहीं है, तकलीफ ये है की वो किसी और के नज़दीक है।
11- मोहोब्बत के मर्ज़ की दवा ही नहीं है, लाखों बर्बाद हो गए फिर भी इसके गवाह ही नहीं है।
12- बस इस क़दर दर्द में हूँ की आवाज़ नहीं निकल रही ये अलफ़ाज़ क्या निकलेंगे।
13- मुझे ज़रुरत नहीं किसी के दिल में रहने की अब तकलीफ में रहना मैंने सीख लिया है।
14- शायर बनना भी आसान कहाँ जनाब हर दर्द महसूस करना पड़ता है बयां करने से पहले ।

15- मेरा दिल टूट गया उससे तक़रार होने पर और उसे ज़रा तकलीफ भी नहीं हुई।
१६ागर उसकी आधी भी khushiउसकी मोहोब्बत मुझ तक कभी पहुँच नहीं पाती यही सोचकर मुझे तकलीफ पहुँचती है।
17- तकलीफ हर तरफ से घेर चुकी है मुझे, अब आराम से निकलना मेरे बस में नहीं।
18- जो तू क़रीब आ जाती मेरे, मेरी तकलीफें फिर दूर हो जाती।
19- तकलीफों के शहर में पला बड़ा हूँ मैं, शायद इसीलिए आज इस मुक़ाम पर खड़ा हूँ मैं।
20- आंसुओं के समंदर में तकलीफ के जहाज बहते क्यों नहीं, तुम मुझे अपना कहते क्यों नहीं।
21- तकलीफें जब तक़दीर में हो तो हालातों का ज़िम्मेदार फिर किसे बताया जाए।
22- तकलीफ जितनी मिली है मुझे उसकी आधी खुशिया भी मिल जाती तो बड़ा खुशनसीब कहता खुदा को।
23- इतने साल बाद भी मिटते नहीं निशाँ ये सोचो तकलीफों के घाव कितने गहरे रहे होंगे।
24- तकलीफ बयां कर सकता जो आसुओं से मैं, सारा जहाँ आज पानी-पानी हो जाता।
25- आँखें आंसुओं से धुंधली मेरी हो गई और मेरा दर्द उसे नज़र नहीं आ रहा।
26- बद्दुआ है मेरी तुम जिसे चाहो वो तुमने ना चाहे, तुम्हे भी मालूम होने चाहिए तकलीफ क्या होती है।
27- तुझे तकलीफ में देख कर मुझे भी तकलीफ होती है, मैं भी रोटा हूँ जब आँखें तेरी नम होती है।
28- कतरा-कतरा हमारे जिस्म का बर्बाद हुआ, इश्क़ में इसके सिवाय हमे हासिल बस ख़ाक हुआ।
29- हर खत से साथ गम भेजते हो और फिर पूछते हो तकलीफ तो नहीं पहुंची।
30- मोहोब्बत देने में समय काफी लगा तुम्हे तकलीफ देने भी काश थोड़ा समय लगा लेते है।
31- क्यों हर बार बताना पड़ता है मुझे क्या तुम नहीं जानते मुझे तकलीफ पहुँचती है।